बरसात के बाद खरीफ फसलों की बिजाई में जुटे किसान
क्षेत्र में बरसात के बाद किसान नरमा की फसल में बढ़वार के लिए डीएपी खाद डालकर खरपतवार निकालने में जुटे हैं। साथ ही खरीफ की अन्य फसलों की बिजाई भी शुरू कर दी है। बरसात पर आधारित खेत किसानों ने जुताई कर तैयार कर रखे थे।
बारानी व नहरी खेतों में बाजरे की बुआई की तरफ किसानों का रूझान बढ़ा है। किसानों ने बताया कि दो-तीन साल में पशु चारे की भारी किल्लत आ रही है। बाजरे का कम खर्च व पानी में अच्छा उत्पादन होने से पशुओं को चारा तथा अनाज प्राप्त होगा। इसलिए किसान एक से पांच बीघा में बाजरा की बिजाई कर रहे हैं।
किसान मोटे अनाज के रूप में दाल वाली फसलों में मुख्य रूप से मूंग व मोठ की बिजाई कर रहे हैं। नकदी और गम व ऊंट के लिए चारा देने वाली फसल के रूप में ग्वार की बुआई कर रहे हैं। क्षेत्र में हरे पशु चारे के लिए किसानों ने मूंगफली की बिजाई कर रखी है। किसानों का कहना है सर्दी में मूंगफली का चारा तूड़ी के साथ दुधारू पशुओं को खिलाया जाता है।